बहुत पास आ गई है नई महामारी, कोई वायरस या बीमारी नहीं है उसकी वजह, WHO के बड़े अधिकारी ने दी चेतावनी

क्या दुनिया में किसी महामारी की आहट हो रही है. गौर से देखें तो कई विशेषज्ञ इसका दावा करते मिल जाएंगे जिसमें सबसे ज्यादा आशंका कोरोनावायरस के ही नए वेरिएंट या उसके जैसे ही किसी वायरस को कारण बताया जाता है. लेकिन इस बार विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक शीर्ष अधिकारी का दावा है कि अगली महामारी नजदीक है. लेकिन उन्होंने इसकी वजह किसी वायरस यो रोग को इसका जम्मेदार नहीं बताया है और यह भी दावा किया है कि हालात पहले ही बेकाबू हो चुके हैं.

. विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हंस क्लूज ने इस सप्ताह की शुरुआत में बयान दिया था, लेकिन यह कोई वायरस या बीमारी नहीं है जो इसका कारण बनेगी. उन्होंने दावा किया कि अगली महामारी एक मानसिक स्वास्थ्य संकट होगी, और इसे पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया कि दुनिया “स्थायी-संकट” की स्थिति में है.

तुर्की समाचार आउटलेट अनादोलु से बात करते हुए, उन्होंने बताया कि कई युद्ध, पिछली महामारी और प्रत्येक देश के अपने आंतरिक मुद्दे, और निश्चित रूप से, जलवायु परिवर्तन, सभी एक मानसिक स्वास्थ्य महामारी का निर्माण कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, “यूरोपीय संघ के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि यूरोपीय संघ में छह में से एक व्यक्ति को कुछ परेशानी, चिंता और नींद की समस्या है. युवा वर्ग जलवायु को लेकर चिंतित है. वे जानते हैं कि दुनिया हर जगह गर्म हो रही है. रूस और यूक्रेन तथा इजराइल और गाजा के बीच युद्ध चल रहे हैं.

“लोग उसमें व्यस्त हैं. हम उस स्थिति में रह रहे हैं जिसे मैं स्थायी-संकट’ कहता हूं. एक संकट स्थायी है और लोगों के लिए, यह मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है. मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं (जिन्हें) मैं अगली महामारी कहता हूं. हम आबादी के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.
उन्होंने आगे दावा किया कि दुनिया को तत्काल “शांति” की आवश्यकता है और यह “सबसे महत्वपूर्ण दवा” है. क्लुग ने एस्ट्राजेनिका कॉर्नावायरस वैक्सीन को बाजार से हटाए जाने के हालिया विवाद के बारे में भी बात की. कुछ लोगों का दावा है कि यह साइड इफेक्ट के कारण था. लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों कि चिंताएं सही है, लेकिन सही जानकारी उन तक पहुंची नहीं है.

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