काशी बदली, अयोध्या बदली, अब मथुरा की बारी… अनूप जलोटा के इस गाने ने कजरी महोत्सव में मचाई धूम

आजमगढ़: जिले के हरिहरपुर गांव में तीन दिवसीय कजरी महोत्सव का आयोजन हो रहा है, जिसमें भजन सम्राट अनूप जलोटा ने अपनी उपस्थिति से समां बांध दिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में कई प्रमुख संगीत घराने हैं, जिनमें हरिहरपुर संगीत घराना विशेष रूप से सम्मानित है. इस घराने ने आजमगढ़ को नई पहचान दिलाने का काम किया है.

 

अनूप जलोटा ने बताया कि वे कई बार आजमगढ़ आ चुके हैं, लेकिन इस बार हरिहरपुर घराने के कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण पाकर उन्हें विशेष खुशी हुई. उन्होंने साझा किया कि हर बार जब वे आजमगढ़ आते हैं, तो शबाना आजमी को जरूर फोन करते हैं, और इस बार भी उन्होंने ऐसा ही किया, जिससे शबाना आजमी बेहद खुश हुईं.

 

करोड़ों लोग पसंद क्यों करते?

भोजपुरी गानों में अश्लीलता के सवाल पर अनूप जलोटा ने कहा कि यदि भोजपुरी गाने अच्छे नहीं होते तो उन्हें करोड़ों लोग पसंद क्यों करते? यूट्यूब पर इतने लोग उन्हें क्यों देखते? उन्होंने स्वीकार किया कि भोजपुरी गानों के स्तर में सुधार की जरूरत है ताकि लोग इन्हें परिवार के साथ सुन सकें. उन्होंने बताया कि गाने फिल्म की स्टोरी के हिसाब से लिखे जाते हैं. जैसे अगर फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ बनेगी तो उसमें गजल होगी, और ‘दबंग’ जैसी फिल्मों में ‘मुन्नी बदनाम’ जैसे गाने ही होंगे. फिल्म की स्टोरी के अनुसार गाने चुने जाते हैंसभी धर्मों का सम्मान

मीडिया से बातचीत के दौरान अनूप जलोटा ने एक गीत गुनगुनाया: “काशी बदली, अयोध्या बदली, अब मथुरा की बारी है, राम हाथ में धनुष लिए खड़े हैं, बंशी बजने वाली है.” इस गीत के बाद उन्होंने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. हम सिर्फ मंदिर की नहीं, बल्कि मस्जिद, चर्च, और गुरुद्वारा सभी को सुंदर बनाने की बात करते हैं, क्योंकि हमारे देश की पहचान ही सर्वधर्म है.

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