स्वाद ऐसा कि बार-बार आएंगे, इस जगह के लिट्टी चोखा का हर कोई दीवाना, नोट कर लें पता

बिहार में अगर खाने- पीने की बात की जाए तो यहां लोगों की पहली पसंद लिट्टी है. आप बिहार के किसी भी कोने में चले जाइए, हर जगह आपको लिट्टी की दुकान मिल जायेगी. लिट्टी का क्रेज बिहार के तमाम शहरों में है. यहां लोग बड़े चाव से लिट्टी को खाते हैं. बक्सर जिले की बात की जाए तो यहां भी कई लिट्टी की दुकानें मौजूद है. बक्सर मुख्यालय में ज्योति चौक के पास पीपल पेड़ के नीचे लिट्टी की दुकान पूरे जिले में मशहूर है. यहां लोग दूर-दूर से लिट्टी खाने के लिए आते हैं. सबसे ज्यादा भीड़ यहां राहगीरों की लगती है.

दुकान संचालक अरविंद कुमार ने बतया कि यहां शुद्ध घी वाला लिट्टी लोगों को परोसा जाता है. यही वजह हैं कि यहां दूर- दूर से लोग खाने के लिए आते हैं. लिट्टी बनाने के लिए सत्तू में जो मसाला डालकर बनाया जाता है वह स्पेशल है. आलू और टमाटर को मिक्स कर चोखा बनाया जाता है. यहां आपको छना हुआ और आग पर सेंका हुआ लिट्टी खाने को मिल जाएगा. लिट्टी को शुद्ध सरसों तेल में छानकर बनाया जाता है. इसके साथ हर रोज नई- नई सब्जी दी जाती है. कभी आलू चना की सब्जी तो कभी सोयाबीन की सब्जी लिट्टी के साथ भरोसा जाता है. सुबह में लिट्टी के साथ कचौड़ी सब्जी बनाते हैं. दोपहर बाद समोसा भी लोगों को खिलाते हैं.

खाने के लिए रोजाना पहुंचते हैं 400 से 500 लोग
अरविंद ने बताया कि लिट्टी के साथ लोगों को जलेबी भी खिलाते हैं. देसी घी वाली लिट्टी 15 रुपए प्रति पीस है और आग पर सेंका हुआ लिट्टी 10 रुपए प्रति पीस में खिलाते हैं. अरविंद ने बताया कि यहां रोजाना 400 से 500 ग्राहक खाने आते हैं. बता दें कि अरविंद की दुकान ज्योति चौक के पास एक पीपल के पेड़ के नीचे चलती है. इस दुकान में तीन से चार लोग काम करते हैं.

सुबह से ही इस दुकान पर लोगों की भीड़ लगी रहती है. ग्राहकों ने बताया कि यहां की लिट्टी काफी फेमस है. स्टेशन के पास से कोई पूछे कि यहां लिट्टी कहां अच्छा मिलता है तो लोग कहते हैं कि ज्योति चौक के पास चले जाइए. वहां पीपल के पेड़ से नीचे अच्छा लिट्टी खाने को मिल जाएगा. है. इस लिट्टी की दुकान का लैंडमार्क पीपल का पेड़ है.

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