क्या हुआ उस शख्स का, जिसने कोविड वैक्सीन के 217 इंजेक्शन लगवाए

दुनिया जब कोविड 19 महामारी से गुजर रही थी तब साइंटिस्ट लगातार इसकी वैक्सीन विकसित करने में लगे थे. कहना चाहिए कि रिकॉर्ड समय में ये टीके विकसित भी कर लिए गए. शुरू में लोगों को इसकी दो खुराक लगी. फिर दुनिया में बहुत से लोगों ने इस टीके का तीसरा इंजेक्शन भी लगवाया. हालांकि इन टीकों को लेकर बहुत से सवाल भी खड़े हुए. दुनिया में बहुत से लोग अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने के लिए इसके और टीके लगवाना चाहते थे. लेकिन उस व्यक्ति का क्या जिसने इसके 217 से ज्यादा शॉट ले लिये.

हालांकि ग्लोबल अध्ययन में पाया गया कि COVID-19 टीकाकरण के बाद कई लोगों के खून में थक्के बने. कई के हृदय में सूजन हो गई. इसके और भी प्रभावों के बारे में कहा गया. लेकिन दुनियाभर के कई देशों में लोगों ने जमकर इसके तीसरे शॉट्स भी लगवाए.

क्या वैक्सीन का तीसरा शाट लिया जाना चाहिए या बार बार बूस्टर शाट लेने की जरूरत है. अगर हम ज्यादा वैक्सीन इंजेक्शन लगातार ले रहे हैं तो इसका हमारे ऊपर क्या असर पड़ेगा.

मधेपुरा का 11 से ज्यादा वैक्सीन लेने वाला शख्स 
जनवरी 2022 में, बिहार के मधेपुरा जिले के एक बुजुर्ग व्यक्ति ने दावा किया कि उन्हें COVID-19 वैक्सीन की 11 से अधिक खुराकें मिलीं, इससे उन्हें जोड़ों और पीठ के दर्द में मदद मिली, जो उपचार के अन्य तरीकों से संभव नहीं था. हालांकि तब कई डॉक्टर और साइंटिस्ट “अति-टीकाकरण” को लेकर चिंतित थे.

जर्मनी का शख्स जिसने 217 शाट्स लिये
अब 4 मार्च को, द लांसेट में प्रकाशित एक अध्ययन में एक 62 वर्षीय जर्मन व्यक्ति द्वारा “अत्यधिक टीकाकरण” का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने “निजी कारणों” से 29 महीनों में 217 से अधिक कोविड ​​​​-19 वैक्सीन शॉट्स लिये.

इसका अध्ययन किया गया
शोधकर्ताओं ने इस शख्स पर जरूरत से ज्यादा टीकाकरण के असर का अध्ययन किया. उन्होंने अपने निष्कर्षों की तुलना 29 स्वस्थ व्यक्तियों के एक समूह से की, जिन्हें ‘केवल’ तीन COVID-19 वैक्सीन की खुराक मिली थी.

कोई प्रतिकूल असर फिलहाल नहीं 
नवंबर 2019 और अक्टूबर 2023 के बीच उस व्यक्ति की विभिन्न कारणों से नियमित जांच हुई,जिसमें 62 मापदंडों पर टीकाकरण से संबंधित कोई विसंगति नहीं होने का संकेत मिला. शोधकर्ताओं को बार-बार टीकाकरण के कारण प्रतिरक्षा कोशिकाओं में कोई “थकावट” या प्रभाव भी नहीं देखने मिला. साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली के भी एकदम ठीक होने के संकेत मिले. कहने का मतलब इस शख्स ने COVID-19 के इतने टीकों को अच्छी तरह सहन किया. इसने उस पर काफी काम भी किया.

क्या टीके की बहुत अधिक खुराक हानिकारक हैं?
जांच से पता चला कि इतने टीके लेने से उस व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ. इतने अधिक टीके की खुराक किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे प्रभावित कर सकती है? एर्लांगेन-नुरेमबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि उस व्यक्ति पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा.

कई विशेषज्ञों को ये लगा था कि इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बहुत प्रभावित होगी, तो कुछ को लगा कि इससे प्रतिरोधक क्षमता थकान की शिकार हो जाएगी. जब सावधानीपूर्वक जांच की गई तो इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि कोविड-19 के ज्यादा टीकाकरण से कोई प्रतिकूल असर पड़ता है. टीके केवल कुछ समय के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को एंटीजन के संपर्क में लाते हैं. प्रत्येक शॉट थोड़ी मात्रा में एंटीजन इंजेक्ट करता है, जिससे एक क्षणिक प्रतिरक्षाविज्ञानी प्रतिक्रिया शुरू हो जाती है.

दिलचस्प बात ये भी है कि प्रतिरक्षा प्रणाली भी तेजी से मजबूत और विकसित हुई, जिससे अधिक नए वेरिएंट से बचाव हुआ. हाल के शोध से पता चला कि बार-बार टीके और सहज संक्रमण वास्तव में COVID-19 प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं.

वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन क्या कहता है
वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन का कहना है कि कोविड19 टीका लगवाने के बाद आपको कुछ हल्के दुष्प्रभाव का अनुभव हो सकता है, जो इस बात का संकेत है कि आपका शरीर सुरक्षा का निर्माण कर रहा है. वैसे हेल्थ आर्गनाइजेशन का ये भी कहना है कि किसी भी टीके की तरह, COVID-19 टीके भी दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं, जिनमें से अधिकांश हल्के या मध्यम होते हैं. कुछ ही दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं.

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