जूनागढ़ में दरगाह ही नहीं 2 मंदिरों पर भी चला बुलडोजर, रात के अंधेरे में क्यों हुआ एक्शन, अब कैसे हालात?

गुजरात के जूनागढ़ स्थित मजेवड़ी गेट इलाके में इन दिनों सन्नाटा सा पसरा है. यहां आम लोगों से ज्यादा पुलिसवाले दिख रहे हैं. दरअसल शनिवार देर रात से ही यहां भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है. यहां स्थित एक दरगाह को ढहाए जाने के बाद से इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है. हालांकि यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि प्रशासन ने यहां केवल इस दरगाह को ही नहीं, बल्कि 2 मंदिरों पर भी बुलडोजर चलाया है.

क्यों ढहाए गए मंदिर और दरगाह?
जूनागढ़ नगर निगम के अधिकारी शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात करीब 1 बजे वहां बुलडोजर लेकर पहुंची और एक दरगाह एवं 2 मंदिरों को ढहा दिया. प्रशासन का दावा है कि ये धार्मिक संरचनाएं अतिक्रमित जमीन पर बनाई गई थीं. इस दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने और हालात को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में वहां पुलिसबल को तैनात किया गया था.

अब कैसे हैं हालात?
जूनागढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक हर्षद मेहता ने कहा कि ऑपरेशन बिना किसी अप्रिय घटना के शांतिपूर्ण रहा है. उन्होंने कहा कि चूंकि हटाई जाने वाली संरचनाएं धार्मिक थीं, इसलिए उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती कि कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब न हो.

दरअसल मजेवड़ी गेट के पास स्थित यह दरगाह पिछले साल जून में भी विवाद का केंद्र बन गई थी, जब इसे हटाने का नोटिस जारी होने के बाद प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए थे. इस दौरान भीड़ ने पुलिस चौकी में तोड़फोड़ करते हुए कई वाहनों में आग लगा दी थी. जब पुलिस ने वहां एकत्र भीड़ को हटाने की कोशिश की तो प्रदर्शकारियों ने पथराव कर दिया था. इस पत्थरबाजी में एक डिप्टी एसपी और तीन पुलिसकर्मी घायल हुए थे. वहीं एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

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