शेयर बाजार में चल रही हेराफेरी! छोटी-छोटी कंपनियां, शेयरों के भाव बड़े-बड़े, SEBI की चेतावनी- जुटा रहे हैं सबूत

भारतीय शेयर बाजार में जारी तेजी से निवेशक बेहद खुश हैं. पिछले 3 महीनों में मार्केट ने जबरदस्त रिटर्न दिया है, लेकिन इस तेजी पर SEBI ने चिंता जता दी है. बाजार नियामक संस्था ‘सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया’ की चीफ ने कहा है कि स्मॉल और मिडकैप सेक्टर की कई कंपनियों के वैल्युएशन में वृद्धि देखी गई है. हालांकि, कुछ सेक्टर में यह बढ़ोतरी अनुकूल है लेकिन कुछ सेक्टर्स यह तेजी अतार्किक दिखाई दे रही है. हैरानी की बात है कि इन सेक्टर्स की कंपनियों के शेयर आम निवेशकों की पसंद वाले हैं.

सेबी प्रमुख का यह बयान पूंजी बाजार नियामक की उस सलाह के कुछ दिनों बाद आया है जब सेबी ने कहा था स्मॉल और मिडकैप शेयरों में बढ़ते बब्ल को देखते हुए म्यूचुअल फंड्स को इन सेक्टर्स में निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए एक पॉलिसी बनानी चाहिए.

SEBI प्रमुख ने क्या कहा
सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने कहा, “कुछ कंपनियां और सेगमेंट हैं जिनकी दोबारा रेटिंग की जा रही है जो एक अच्छी बात है. लेकिन, कुछ अन्य कंपनियां भी हैं जिनका वैल्युएशन उनके फंडामेंटल के अनुरुप नहीं है. ऐसे में यहां बेवजह की तेजी और उत्साह देखा जा रहा है.

मुंबई में एएमएफआई कार्यक्रम में अपने संबोधन में, माधवी पुरी बुच ने यह भी कहा कि सेबी ने एसएमई सेगमेंट में हेरफेर के संकेत देखे हैं और बाजार ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है. इस बारे में हम कार्रवाई के लिए मजबूत सबूत और फीडबैक पर काम कर रहे हैं.”

सेबी प्रमुख की मानें तो स्मॉल और मिडकैप सेक्टर के शेयरों में कीमतों को लेकर हेरफेर के संकेत दिख रहे हैं. इसलिए सेबी ने म्यूचुअल फंड्स को अपने स्मॉल-कैप और मिडकैप फंडों के पोर्टफोलियो में गहराई से जांच करने का निर्देश दिया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे कितने लिक्विड हैं और अपने बेंचमार्क की तुलना में कितने अस्थिर हैं.

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