Himachal Politics: CM के साथ एक ही मंच पर दिखे विक्रमादित्य सिंह के बदले तेवर, जमकर की सुक्खू की तारीफ

हिमाचल प्रदेश में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद अब विक्रमादित्य सिंह के तेवर बदले हैं. वह सोलन जिले में सीएम सुक्खू के साथ एक मंच पर नजर आए. उन्होंने सीएम सुक्खू की तारीफ की और साथ ही पूरे घटनाक्रम को लेकर खुफिया एजेंसी और पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की मांग की.

विक्रमादित्य सिंह ने सीएम की तारीफ करते हुए कहा कि सीएम सुक्खू का दिल बड़ा. इन्होंने कहा था कि सुबह का भूला शाम को वापस लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते. इस तरह के कारनामे हिमाचल में होने लग जाए मैं तो समझता हूं कि हम सबका सिर शर्म से झुक जाता. मैं अभी भी सीएम से कहा रहा था कि आपने कड़े कदम उठाएं है. लेकिन पुलिस के अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए. कैसे इंटेलिजेंस फेल्यौर हुआ है. इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए. ऐसे में एक उदाहरण सेट करने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि वह काफी समय से बागियों को बख्शने ने की बात कह रहे थे.  अब उनके वापिस आने का समय निकल चुका है. उन्होंने कहा कि कुछ विद्रोही अवसरवादिता और इतिहास लिखने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें सुधरने का कई बार मौका दिया गया, लेकिन अब  वापिस आने का समय निकल चुका है .  उन पर कार्यवाही करने की आवश्यकता है.

उधर, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के विद्रोहियों पर तंज कसते हुए कहा कि जो विधायक अपने आप को जनता का सेवक बताते थे, वह आज फाइवस्टार होटलों में समय व्यतीत कर रहे हैं. उन्हें भाजपा नेता गड़रियों की तरह हांक कर एक राज्य से दूसरे राज्य ले जा रहे हैं. क्षेत्र के विकास के लिए जनता ने उन्हें चुना था, लेकिन यह अभिलाषावादी विधायक, जो अपने को सेवक बताते हैं  वह विकास को दरकिनार कर अपनी सेवा करवाने में व्यस्त हैं. लेकिन वह नहीं जानते कि वह अब पूर्व  विधायक हो चुके हैं. अगर वह अब फिर से चुनाव लडेंगे तो उनके क्षेत्र की जनता उनसे पूछेगी कि  उन्होंने पार्टी से गद्दारी क्यों की. इस लिए अब वह अपने मंसूबों में कामयाब होने वाले नहीं हैं.

चंडीगढ़ से उत्तराखंड गए सभी

गौरतलब है कि कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायक अब चंडीगढ़ से उत्तराखंड में होटल में शिफ्ट हुए हैं. उनके साथ भाजपा के दो विधायक भी मौजूद हैं.

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